उत्तर प्रदेश सरकार के 8 वर्ष पूर्ण होने पर कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर के नोएडा हॉट में "8 साल बेमिसाल" कार्यक्रम हुआ आयोजित
नोएडा ( जीएन न्यूज, संवाददाता ) ।
कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस ने स्टॉल लगाकर 8 वर्षों में जनता के हित में किए गए सराहनीय कार्यों को प्रदर्शित किया गया
उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपराध नियंत्रण, सुरक्षा और कानून व्यवस्था में सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गयी है, जिनमें कुछ सराहनीय कार्य शामिल हैं-*
1.सुरक्षा और कानून व्यवस्था में सुधार- उत्तर प्रदेश पुलिस ने राज्य में सुरक्षा और कानून व्यवस्था में सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में वर्ष 2017 में लूट के 194 अभियोग दर्ज किये गये थे, जो वर्ष 2024 में घटकर 11 रह गये है। इस प्रकार वर्ष 2017 से वर्ष-2024 तक लूट के मामलों में 94.4 प्रतिशत की कमी आयी है।
कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में वर्ष 2017 में गृहभेदन के 189 अभियोग दर्ज किये गये थे, जो वर्ष 2024 में घटकर 54 रह गये है। इस प्रकार वर्ष 2017 से वर्ष-2024 तक गृहभेदन के मामलों में 71.43 प्रतिशत की कमी आयी है।
कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में वर्ष 2017 में वाहन चोरी के 2335 अभियोग दर्ज किये गये थे, जो वर्ष 2024 में घटकर 1165 रह गये है। इस प्रकार वर्ष 2017 से वर्ष-2024 तक वाहन चोरी के मामलों में 50.11 प्रतिशत की कमी आयी है।
कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में वर्ष 2017 में हत्या के 93 अभियोग दर्ज किये गये थे, जो वर्ष 2024 में घटकर 59 रह गये है। इस प्रकार वर्ष 2017 से वर्ष-2024 तक हत्या के मामलों में 36.56 प्रतिशत की कमी आयी है।
कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में वर्ष 2017 में बलवा के 193 अभियोग दर्ज किये गये थे, जो वर्ष 2024 में घटकर 66 रह गये है। इस प्रकार वर्ष 2017 से वर्ष-2024 तक बलवा के मामलों में 65.81 प्रतिशत की कमी आयी है।
कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में वर्ष 2017 में दुष्कर्म के 56 अभियोग दर्ज किये गये थे, जो वर्ष 2024 में घटकर 16 रह गये है। इस प्रकार वर्ष 2017 से वर्ष-2024 तक दुष्कर्म के मामलों में 71.43 प्रतिशत की कमी आयी है।
2.महिला सुरक्षा में सुधार- उत्तर प्रदेश पुलिस ने महिला सुरक्षा में सुधार करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें महिला बीट-140, एंटी रोमियों टीम-27, महिला हेल्प डेस्क-27, स्वयं सिद्धा के वाहन-100 व पिंक बूथ प्रचलन में-13 व निकट भविष्य में प्रस्तावित-10 की स्थापना शामिल है।
3.साइबर अपराध नियंत्रण- उत्तर प्रदेश पुलिस ने साइबर अपराध नियंत्रण में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिनमें साइबर अपराध पुलिस स्टेशनों की स्थापना और साइबर अपराधियों के खिलाफ लगातार की जा रही कार्रवाई शामिल है। बढ़ते डिजिटल युग के साथ नोएडा जैसे हाईटेक सिटी में साइबर अपराधियों द्वारा आमजन को साइबर अपराध से बचाने हेतु कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस द्वारा साइबर हेल्प डेस्क, प्रत्येक थाने पर साइबर हेल्प डेस्क की स्थापना की गई है। जिसके माध्यम से पीड़ित को साइबर अपराध का शिकार होने पर त्वरित सहायता प्रदान की जा रही है। निरंतर साइबर एक्सपर्टस द्वारा शैक्षणिक संस्थानों, कारपोरेट ऑफिस व सार्वजनिक स्थानों पर आमजन को साइबर अपराध व सुरक्षा के संबंध में जानकारी प्रदान कर जागरूक किया जा रहा है।
4.यातायात प्रबंधन में सुधार- उत्तर प्रदेश पुलिस ने यातायात प्रबंधन को सुगम बनाने की दिशा में लगातार कई कदम उठाए गये हैं, जिनमें यातायात पुलिस की तैनाती और यातायात सुगम और नियमों का पालन सुनिश्चित करना शामिल है। यातायात के सुचारू संचालन व यातायात के नियमों का पालन न करने वाले वाहनों चालकों पर कार्रवाई करने हेतु कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में सेक्टर-94 में आईटीएमएस केन्द्र की स्थापना की गई जिसके माध्यम से प्रतिदिन यातायात व्यवस्था पर निगरानी रखने के साथ-साथ नियमों का पालन न करने वाले वाहन चालकों के विरूद्ध ई चालान की कार्रवाई भी की जाती है।
पुलिस विभाग में भवनों के नव निर्माण व इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार- कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में वर्ष 2017 से वर्ष 2024 तक कुल 05 नये थानों व हॉस्टल, रिर्जव पुलिस लाइन में 200 पुलिसकर्मियों हेतु हॉस्टल/बैरक व ट्रांजिट हॉस्टल व 300 पैक्स बहुउद्देशयीय हॉल, 10 थानों के परिसर में हॉस्टल, अनावासीय भवन व विवेचना कक्ष, पुलिस लाईन व 02 थानों में महिला पुलिसकर्मियों हेतु हॉस्टल/बैरक, 08 थानों में आवासीय भवन, मीडिया सैल हेतु वातानुकूलित कक्ष मय फर्नीचर का निर्माण कराया गया है जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 16913.29 लाख रूपये है।
पुलिस कमिश्नरेट में सुदृढ़ व्यवस्था हेतु प्राप्त नए वाहन- कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में आमजन की सुरक्षा, त्वरित सहायता पहुंचाने व सुदृढ़ कानून व्यवस्था हेतु आमजन में पुलिस की क्रियाशीलता बढ़ाने हेतु परिवहन शाखा, कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर को 139 छोटे वाहन, 07 बड़े वाहन, 304 दुपहिया वाहन(कुल 450 वाहन) प्राप्त हुए है जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 6 करोड़, 60 लाख रुपए है। इसके अतिरिक्त पीआरवी के 16 नए चार पहिया वाहन व 76 नए दुपहिया वाहन(कुल 92 वाहन) भी कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस को प्राप्त हुए है, जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 03 करोड़ 04 लाख 24 हजार रूपये है।
पुलिस स्टाल आम जन मानस के लिए खुला है। पुलिस स्टाल के माध्यम से जनता को विभिन्न पुलिस सेवाओं और पहलुओं के बारे में जानकारी दी जा रही है। इस स्टाल में कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस के विभिन्न विभागों और उनकी सेवाओं की जानकारी प्रदर्शित की गई है, जिसमें यातायात व्यवस्था, साइबर सुरक्षा, महिला सुरक्षा और आपातकालीन सेवाओं (डायल-112), अग्निशमन सेवा पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसके अलावा, पुलिस अधिकारियों द्वारा लोगों को कानून और सुरक्षा के महत्व के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है।
*इन सराहनीय कार्यों को प्रदर्शनी में प्रदर्शित करने से जन मानस को उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस की उपलब्धियों के बारे में जानने का अवसर मिलेगा और यह पुलिस विभाग के प्रयासों को और भी मजबूत करने में मदद करेगा। उक्त प्रदर्शनी व कार्यक्रम की समस्त महानुभाव व मुख्य अतिथि द्वारा प्रशंसा की गई।